ब्रेकिंग न्यूज़

जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं

MLA राजेंद्र सिंह ने मंत्री बनने के लिए बड़े नेताओं से कराई थी सोनिया गांधी के पास पैरवी, लेकिन नहीं गली दाल

MLA राजेंद्र सिंह ने मंत्री बनने के लिए बड़े नेताओं से कराई थी सोनिया गांधी के पास पैरवी, लेकिन नहीं गली दाल

31-Jan-2020 07:02 PM

By

RANCHI:  हेमंत सोरेन की सरकार में शामिल होने के लिए कांग्रेस के सीनियर और मजदूर नेता राजेंद्र सिंह मंत्री बनने के लिए कई तिकड़म लगाए हुए थे, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए. वह बेरमो से विधायक हैं.

सोनिया गांधी के पास कराई पैरवी

राजेंद्र सिंह ने पैरवी सोनिया गांधी तक अपनी पहुंचा दी. इसको लेकर राजेंद्र ने इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद जी. संजीवा रेड्डी से ये पैरवी कराई. बकायदा रेड्डी ने इसको लेकर सोनिया को एक पत्र भी लिखा. पत्र में राजेंद्र के बारे में जमकर तारीफ की गई थी, लेकिन यह तारीफ और पैरवी सोनिया गांधी को पसंद नहीं आई और राजेंद्र का पता साफ हो गया. 

इमोशनल अपील बेकार

रेड्डी ने अपनी पैरवी को पक्का करने के लिए कई इमोशनल बातें भी लिखी थी. रेड्डी ने लिखा है कि राजेंद्र 25 हजार वोटों के अंतर से चुनाव जीते हैं. यह उनकी सक्रिय राजनीति में अंतिम पारी है, इस कारण उन्हें जनता की सेवा का मौका दिया जाना चाहिए. वह 6 बार से बेरमो से विधायक रह चुके हैं, वह मंत्री भी रह चुके हैं इसलिए उनको एक बार फिर से मौका देना चाहिए. वह पहले ही अपने हेल्थ को लेकर कह चुके हैं कि आगे वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. 

कांग्रेस के चार विधायक बने हैं मंत्री

हेमंत सोरेन की सरकार में कांग्रेस के चार विधायक को मंत्री बनाया गया है. इसमें प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव को वित्त विभाग, आलमगीर आलम को  ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य, बन्ना गुप्ता को स्वास्थ्य मंत्री और बादल पत्रलेख को कृषि विभाग का मंत्री बनाया गया हैं. झारखंड में कांग्रेस ने जेएमएम के साथ चुनाव लड़ा था. जिसमें 16 सीटों पर जीत मिली.