बेतिया में गंडक नदी की तेज धार में बहा चचरी पुल, कई गांवों का संपर्क टूटा हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला, कहा..आरक्षण विरोधी रहा है दोनों पार्टियों का चरित्र Bihar Ias Officers: बिहार के 12 IAS अफसरों को मिली एक और नई जिम्मेदारी, पूरी लिस्ट देखें.... Bihar News: बिहार के 544 CO पर हुआ एक्शन, फिर भी अंचल अधिकारियों पर नहीं पड़ रहा प्रभाव, मंत्री ने की हाईलेवल मीटिंग बेगूसराय में नदी में डूबने से 4 की मौत, खगड़िया में एक बच्ची की गई जान Bihar News: इन जिलों में अगले 2 दिन भीषण बारिश, IMD ने पहले कर दिया सावधान Bihar News: बिहार की इन 8 महिला समेत 13 अफसरों की लगी ड्यूटी, 19-20 तारीख को करेंगे यह काम पटना फतुहा में टाटा कमर्शियल गाड़ियों के सबसे बड़े शोरूम ‘बुद्धा शक्ति’ का उद्घाटन, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया शुभारंभ FASTag Yogna: कार, जीप, वैन मालिकों के लिए बड़ी खबर....3000 रू का पास बनाएं और देशभर में करें यात्रा अब घरों में इन्वर्टर लगाने की नहीं पड़ेगी जरूरत: बिहार के 15 शहरों में लगने जा रही हाई-कैपेसिटी बैटरी इन्वर्टर, पावर कट होते ही 4 घंटे मिलेगी बिजली
24-Jun-2020 03:32 PM
By
DESK: बाबा रामदेव और उनकी संस्था पतंजलि का एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है. बाबा ने जो कोरोना का दवा बनाने का दावा किया है. उसको लेकर तो लाइसेंस ही नहीं लिया था. बाबा रामदेव को तो सर्दी और खांसी का दवा बनाने का लाइसेंस मिला था, लेकिन बाबा ने इसी लाइसेंस पर कोरोना की दवा बनाने का दवा कर डाला.
इसको भी पढ़ें: बाबा रामदेव का फर्जीवाड़ा आया सामने, किसी कोरोना मरीज पर दवा की नहीं हुई थी टेस्टिंग
राजस्थान सरकार ने टेस्टिंग की नहीं ली अनुमति
राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने बाबा पर निशाना साधा है. कहा कि महामारी के समय बाबा रामदेव ने इस तरह से कोरोना की दवा बेचने की कोशिश की है, जो अच्छी बात नहीं है. जो उन्होंने जयपुर में टेस्टिंग का दावा किया है उसको लेकर आईसीएमआर और राजस्थान सरकार ने कोई परमिशन दिया ही नहीं है. ऐसे में वह कैसे दवा कर रहे है.
जिस जगह पर टेस्टिंग की बात वहां पर कोरोना के मरीज ही नहीं
बाबा रामदेव ने जिस जगह 120 कोरोना मरीजों पर दवा की टेस्टिंग की बात की थी. वहां पर किसी ने देखा ही नहीं की कब टेस्टिंग हो रही है. जयपुर के मुख्य चिकित्सा प्रभारी ने कहा कि मैं वहां पर इंचार्ज था लेकिन कब टेस्टिंग हुई किसी ने देखा तक नहीं और नहीं कोई परमिशन लिया गया. वहां पर जो भी मरीज थे उनको कोरोना था ही नहीं. किसी में बुखार, खांसी या गले की खराश नहीं था.
आयुष मंत्रालय के दिए रिसर्च पेपर से खुलासा
पतंजलि की दवा कोरोनिल के प्रचार पर रोक के बाद पतंजलि की और से आयुष मंत्रालय में रिसर्च पेपर दाखिल किया है. पेपर के अनुसार बताया गया है कि दवा की टेस्ट ऐसे मरीजों पर किया गया. जिसमें सिर्फ लक्षण काफी कम थे. जिन लोगों पर टेस्ट किया गया उनकी उम्र 15-80 साल की थी. इसका क्निकल ट्रायल जयपुर में किया गया था. बता दें कि मंगलवार को बाबा रामदेव और उनकी संस्था पतंजलि मंगलवार को दिन भी सुर्खियों में रही. दवा किया था कि उन्होंने कोरोना का दवा बना लिया है. बकायदा इसको लेकर पीसी किया और दवा को लॉन्च कर दिया था. लेकिन शाम को आयुष मंत्रालय ने इसके प्रचार पर रोक और इस दवा के बारे में जानकारी मांगी.