Dhirendra Shastri: गयाजी पहुंचे बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, पीएम मोदी को दे दी बड़ी नसीहत Dhirendra Shastri: गयाजी पहुंचे बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, पीएम मोदी को दे दी बड़ी नसीहत vehicle Number Plate: गाड़ी मालिकों के लिए जरूरी खबर! अब पुराने नंबर प्लेट पर नहीं चलेगा बल, जानें... क्या है मामला Bihar SVU Raid: शिक्षा विभाग के उपनिदेशक वीरेंद्र नारायण सस्पेंड, 3.76 करोड़ की अवैध संपत्ति का आरोप Patna Crime News: पटना में दिव्यांग युवक की पत्थर से कुचलकर हत्या, खून से सना शव मिलने से सनसनी Patna Crime News: पटना में दिव्यांग युवक की पत्थर से कुचलकर हत्या, खून से सना शव मिलने से सनसनी Bihar Politics: नीतीश कैबिनेट की महिला मंत्री करोड़ों की संपत्ति की मालकिन, लग्जरी लाइफस्टाइल पर टिकी सबकी नजरें Jitiya vrat 2025: जितिया व्रत में दही-चूड़ा खाने की परंपरा के पीछे क्या है रहस्य? जानिए...पूरी कहानी DD Lapang: पूर्व सीएम डीडी लपांग का 93 वर्ष की उम्र में निधन, मेघालय की राजनीति में एक युग का अंत DD Lapang: पूर्व सीएम डीडी लपांग का 93 वर्ष की उम्र में निधन, मेघालय की राजनीति में एक युग का अंत
03-May-2024 08:25 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार में बालू घाटों पर दबंगई करके अवैध तरीके से खनन करवाए जाने के मामले लगातार आते रहते हैं। इसको लेकर गोलीबारी और हत्या की खबरें भी निकल कर सामने आते रहते हैं। ऐसे में सरकार ने बालू घाटों पर अवैध तरीके से रेत खनन को कैसे रोका जाए इसको लेकर एक मास्टर प्लान तैयार किया है। इससे अवैध तरीके से बालू खनन करने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
दरअसल, बिहार सरकार ने राज्य में बालू के अवैध खनन, परिवहन और भंडारण पर रोक लगाने के लिए सभी जिला खनन अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में बालू घाटों का निरीक्षण करने और दैनिक आधार पर मुख्यालय को रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है। बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, "राज्यभर के जिला खनन अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में बालू घाटों का निरीक्षण करने और दैनिक आधार पर मुख्यालय को रिपोर्ट भेजने का काम करें।
इसके अलावा, "नीलाम किए गए सभी बालू घाटों पर बोर्ड लगाने और बालू की ओवरलोडिंग से निपटने के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) एकीकृत वजन मशीन स्थापित करने और अवैध परिवहन पर नजर रखने के लिए निर्देश भी जारी किए गए हैं।" यह भी कहा गया है, "अधिकारियों को बालू खदान गतिविधि पर नजर रखने और खदान से डिपो और राज्य के अन्य निर्दिष्ट गंतव्यों तक बालू ले जाने वाले ट्रकों पर नजर रखने के लिए कहा गया है."
उधर, जिन बालू घाटों की नीलामी नहीं हुई है, उन घाटों पर भी बोर्ड लगाने का निर्देश दिया गया है। यहां राज्य में बालू माफिया की ओर से हमले किए जाने की घटनाएं देखी जा रही हैं, जिसमें पुलिसकर्मी और विभाग के वरिष्ठ अधिकारी घायल हो चुके हैं। अक्सर ऐसी घटनाएं मुख्य रूप से पटना, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, सारण और वैशाली जिलों से सामने आती हैं।