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26-Apr-2025 03:28 PM
By First Bihar
Pahalgam attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ के व्यापारी दिनेश मिरानिया अपनी जान गंवा बैठे।
वह अपने पत्नी और दो बच्चों के साथ वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन और कश्मीर घूमने आए थे। हमले के वक्त दिनेश अपनी बेटी के साथ थे, जबकि पत्नी और बेटा उनसे अलग थे। घटना को याद करते हुए दिनेश मिरानिया की पत्नी ने कहा कि वहां जाकर मैंने अपनी पूरी दुनिया उजाड़ ली। उन्होंने अपने दिवंगत पति को शहीद का दर्जा देने की भी मांग की है।
उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाएं हमने सिर्फ फिल्मों और खबरों में देखी थीं, कभी सोचा नहीं था कि खुद इसका हिस्सा बन जाएंगे।" उन्होंने कहा कि दोपहर दो बजे तक परिवार को वहां से निकलना था, लेकिन बेटी कुछ एक्टिविटी करना चाहती थी, इसलिए रुकना पड़ा। हमले के समय वह वॉशरूम में थीं। उनका फोन और पर्स दिनेश के पास था और बेटी भी उन्हीं के साथ थी, जबकि बेटा अलग था। वॉशरूम से बाहर निकलते ही गोलियों की आवाज सुनाई दी। लोग चिल्ला रहे थे कि आतंकी हमला हुआ है।
उनके पास फोन नहीं था, इसलिए रास्ते में दूसरों से फोन मांगकर परिवार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन नेटवर्क नहीं मिल रहा था। किसी तरह बेटे से बात हुई, जिसने कहा, "मैं अकेला हूं, पापा और दीदी ऊपर ही हैं।" बेटे के साथ मिलकर उन्होंने अपनी बेटी और पति को ढूंढना शुरू किया। थोड़ी देर बाद अस्पताल के सामने उनकी बेटी मिल गई, जो खून से सने कपड़ों में थी और घायल थी। उसने बताया कि पापा को गोली लगी है। शाम करीब 7-8 बजे दिनेश मिरानिया का शव मिला। पत्नी ने भारी मन से कहा, "वहां जाकर मैंने अपनी पूरी दुनिया उजाड़ ली।"