गयाजी में किसान सम्मेलन का आयोजन, सूरज यादव ने किसानों की आवाज़ बनने का लिया संकल्प थाने के लॉकअप से फरार कैदियों को पुलिस ने दबोचा, चौकीदार और OD ऑफिसर पर सहरसा SP ने की कार्रवाई बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग: अनशन के दौरान RJD नेता की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मिलने पहुंचे मनोज झा मुजफ्फरपुर: कॉलेज प्राचार्या पर महिला कर्मी की पिटाई और वसूली का आरोप, मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला पूर्णिया में NSD का नाट्य उत्सव: विद्या विहार स्कूल में 21-22 सितम्बर को विशेष प्रस्तुतियाँ बिहार में चुनावी सरगर्मी हुई तेज: शाह-नीतीश की मुलाकात के बाद JDU ने की बैठक, राहुल और तेजस्वी पर साधा निशाना अमित शाह का बेगूसराय दौरा, राहुल-लालू-तेजस्वी पर साधा जमकर निशाना पटना के गर्दनीबाग में 28.66 करोड़ से बनेगा आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, क्रिकेट की 15 पिचों समेत जिम-हॉल की सुविधा BIHAR NEWS : 'एक दिन एक घंटा एक साथ’, बिहार में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान शुरू, गंगा तटवर्ती जिलों में पहुँचेगा स्वच्छता संदेश कल BJP के किस नेता का नंबर..? प्रशांत किशोर चौथा किस्त जारी करेंगे, दावा- जो फड़फड़ा रहा वो धाराशाई होकर गिर जाएगा
04-May-2025 07:33 PM
By FIRST BIHAR
Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बीते 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 भारतीय की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस घटना के पीछे पाकिस्तान की साजिश का खुलासा होने के बाद भारत सरकार पाकिस्तान के खिलाफ लगातार सख्त फैसले ले रही है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और स्ट्राइक किया है। भारत ने बगलिहार बांध से चिनाब नदी के पानी को पाकिस्तान जाने से रोक दिया है।
दरअसल, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने 65 साल पुराने सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया था। इसके साथ ही साथ भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई ऐसे बड़े फैसले लिए हैं जिससे पाकिस्तान की कमर टूट गई है। भारत कूटनीतिक तौर पर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए लगातार कदम उठा रहा है। भारत सरकार ने अब चिनाब नदी पर बने बगलिहार बांध से पाकिस्तान की तरफ जाने वाले पानी के प्रवाह को रोक दिया है।
इसके बाद झेलम नदी पर किशनगंगा बांध से भी पाकिस्तान के पानी को रोकने की तैयारी चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, रामबन बगलिहार और किशनगंगा हाइड्रो पावर डैम के जरिए भारत अपनी तरफ से पानी छोड़ने के टाइम को रेगुलेट कर सकता है।
इन बांधों के जरिए पाकिस्तान को पहुंचने वाले पानी को बिना किसी सूचना के कम और अधिक किया जा सकता है। जानकारों का मानना है कि चिनाब का पानी कम होने से पाकिस्तान में कृषि और पर्यावरण पर गहरा असर पड़ेगा।