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08-Sep-2025 03:47 PM
By First Bihar
BIHAR ELECTION : बिहार में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों का एलान हो सकता है। ऐसे में एनडीए हो या फिर महागठबंधन दोनों तरफ सीट बंटवारे को लेकर काफी रसाकस्सी चल रही है। ऐसे में यह भी देखने को मिल रहा है कि भले ही गठबंधन के अंदर सीट का बंटवारा नहीं हुआ हो लेकिन कुछ सीटों पर कैंडिडेट के नाम का एलान भी कर दिया गया है। इसी कड़ी में अब महागठबंधन के अंदर शामिल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने यह एलान कर दिया है वह किस सीट से इस बार मैदान में होंगे।
दरअसल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने सीट बंटवारे से पहले यह एलान कर दिया है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में वह कौन सी सीट से मैदान में आएंगे और इसके लिए उनकी तरफ से क्या ख़ास तैयारी की गई है और इसके लिए उन्होंने क्या प्लानिंग रहने वाला है। इसके बाद से अब एनडीए के अंदर भी इस सीट को लेकर चर्चा शुरू कर दिया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने यह एलान किया है कि वह कुटुंबा सीट से ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कुटुंबा से उनका पुराना रिश्ता है। उनके पिता दिवंगत दिलकेश्वर राम 1962 से 1989 तक यहां से प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।मैं भी लगातार दो बार से विधायक हूं। लोगों का स्नेह और समर्थन मिलता रहा है। कुटुंबा ने मुझे बहुत कुछ दिया है। आज मैं बहुत जवाबदेह पद पर हूं। हाई कमान के निर्देश पर टिकट वितरण करूंगा। इसका मतलब यह नहीं है कि मैं अपनी सीट बदल लूंगा। मेरा दिल हमेशा कुटुंबा के लिए ही धड़कता है।
मालूम हो कि, अनुसूचित जाति (एसटी) के लिए आरक्षित सीट कुटुंबा 2008-09 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। इससे पहले यह सीट 1977 से देव विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा थी। 2010 में यहां हुए पहले विधानसभा चुनाव में जदयू के ललन राम ने राजद के सुरेश पासवान को हराकर जीत हासिल की थी। तब कांग्रेस के राजेश राम को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था। लेकिन, जब महागठबंधन में जब सीट कांग्रेस के कोटे में आई तो राजेश राम की स्थिति मजबूत हो गई। 2015 और 2020 के चुनावों में राजेश राम की जीत हुई।
कुटुंबा सीट पर 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान राजेश राम और संतोष कुमार सुमन के बीच मुकाबला है। राजेश राम ने संतोष सुमन को 10 हजार वोटों के अंतर से हराकर यह सीट जीती थी। 2020 के चुनाव में भी राजेश राम ने अपनी जीत का सिलसिला कायम रखा। इस दौरान भी उन्हें लगभग 10 हजार वोटों के अंतर जीत हासिल किया ।
आपको बताते चलें कि कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र (सु.) में तीन प्रखंडों की 34 पंचायतें शामिल हैं। इनमें कुटुंबा प्रखंड की 20, नवीनगर प्रखंड की 10 और देव प्रखंड की 4 पंचायतें हैं। कृषि प्रधान इस क्षेत्र में उत्तर कोयल नहर और बटाने सिंचाई परियोजना योजना शुरू की गई। दोनों परियोजनाएं अधूरी होने के कारण सिंचाई की समस्या बनी हुई है। यह परियोजनाएं पूरी होने पर सैकड़ों हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा मिलती है।