जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
09-Jan-2025 06:34 PM
By Ranjan Kumar
Bihar News: रोहतास से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। कई साल पहले जिस व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी और मर्डर के आरोप में चार लोगों को जेल भी भेज दिया गया था। वह व्यक्ति अचानक वापस आ गया है। उसके सामने आते ही पुलिस महकमा में हड़कंप मच गई है। घटना के अकोढीगोला थाना के देवरिया गांव की है।
दरअसल, 17 सितंबर 2008 को अकोढीगोला थाना में नथुनी पाल के हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें गांव के ही चार व्यक्ति पर अपहरण के बाद हत्या का आरोप लगा था। पुलिस ने मामले को सही पाते हुए जांच की तथा नथुनी पाल की हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। काफी मशक्कत के बाद जेल तथा बेल का खेल चलता रहा।
इसी बीच उत्तर प्रदेश के झांसी पुलिस ने नथुनी पाल को खोज निकाला है। अब रोहतास पुलिस से लेकर अकोढीगोला पहुंची है। उत्तर प्रदेश के झांसी के बरुआ सागर थाना की पुलिस ने नथुनी पाल को पकड़ा है। बरुआ सागर थाना के चौकी प्रभारी नवाब सिंह ने गश्त के दौरान धवारा गांव से नथुनी पाल को पकड़ा। वह पिछले 16 साल से अधिक समय से झांसी के इसी गांव में रह रहा था। उधर उसकी हत्या के आरोप में एक पूरा परिवार बर्बाद हो चुका था। गांव वालों के दबाव पर कथित आरोपी की सभी जमीन तथा मकान को नथुनी पाल के लोगों ने अपने नाम लिखवा लिया।
नथुनी पाल के माता-पिता की निधन के बाद वह अपने रिश्ते के चाचा रत्ती पाल के यहां रहता था। जब अचानक वह घर से गायब हो गया, तो नथुनी पाल के मामा बाबूलाल पाल ने बिहार के अकोढीगोला थाना में नथूनी पाल के चाचा रति पाल तथा उसके चचेरे भाइयों के खिलाफ अपहरण तथा हत्या का केस दर्ज कर दिया। दुर्भाग्य की बात की पुलिस ने भी जांच में मामले को सही पाते हुए रति पाल तथा उसके तीन पुत्रों सत्येंद्र पाल, विमलेश पाल तथा भगवान पाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। काफी मुश्किल के बाद इन लोगों को जमानत मिली। उधर इस तनाव में रतिपाल का निधन भी हो गया।
फिलहाल नथुनी पाल को बिहार पुलिस रोहतास लेकर आ गई है तथा अकोढीगोला थाना की पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। किस परिस्थिति में 2008 में वह यहां से गायब हो गया तथा इतने दिनों तक गायब रहने के पीछे उसकी मंशा क्या थी? अब जबकि नथुनी पाल वापस आ गया है तो उसके हत्या के आरोप में प्रताड़ना झेल रहे भाइयों ने राहत की सांस ली है। बता दें कि नथुनी पाल की हत्या के आरोप लगने के बाद गांव के लोगों ने परिवार का भी बहिष्कार कर दिया था। वही रोहतास एसएसपी रोशन कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। तमाम कानूनी पहलू को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जा रही है।
बहरहाल, जिस तरह से नथुनी पल वापस जिंदा लौट आया है। यह अपने आप में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर जिन लोगों ने नथुनी की हत्या के आरोप में जेल की सजा काटी तथा जिस परिवार की जिंदगी बद से बत्तर हो गई, आखिर अब उसका क्या होगा?