Bihar News: UPI फ्रॉड में लिप्त साइबर ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, गिरोह की तलाश जारी Bihar Scholarship Scheme : 10 लाख छात्राओं को मिलेगा प्रोत्साहन राशि का लाभ, जल्द खातों में पहुंचेगा पैसा Mahila Rojgar Yojana: महिला रोजगार योजना: शहरी महिलाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया आज से शुरू, जानें नियम और लाभ Bihar Crime News: बिहार में जमीन विवाद बना खूनी संघर्ष, खेत के पास युवक को गोलियों से भूना Bihar News: सीतिश हत्याकांड पर आक्रोश, शव बरामद नहीं होने से लोगों में नाराजगी; पुलिस पर लापरवाही का आरोप Bihar News: पटना में पुलिस दारोगा का कारनामा, चेकिंग के दौरान बरामद 20 लाख रुपए गायब कर दिए Bihar Teacher News: छह लाख शिक्षकों की वरीयता पर बड़ा फैसला, शिक्षा विभाग ने गठित की समिति अजय सिंह की योजना से पकड़ी पंचायत से 150 श्रद्धालु अयोध्या दर्शन को रवाना EOU की बड़ी कार्रवाई: आधार फर्जीवाड़े मामले में मधेपुरा से 3 साइबर अपराधी गिरफ्तार क्या बिहार का मखाना भी होगा जीएसटी फ्री? डॉ. राम प्रकाश ने उठाया सवाल
18-Aug-2025 01:00 PM
By FIRST BIHAR
Bihar Crime News: बिहार एसटीएफ की टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात अपराधी और दो लाख रुपये के इनामी बूटन चौधरी को महाराष्ट्र पुलिस की मदद से मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल उसे रिमांड पर बिहार लाने की प्रक्रिया चल रही है।
बूटन चौधरी, जो कि रणवीर सेना का पूर्व एरिया कमांडर रह चुका है, के खिलाफ पांच से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी को बिहार पुलिस की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
एसटीएफ के अनुसार, अप्रैल 2025 में बूटन के भोजपुर के गांव बेलाउर स्थित घर से AK-47 राइफल, 43 जिंदा कारतूस, दो मैगजीन, इंसास राइफल की दो मैगजीन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया था। इससे पहले, वह 2016 में भी AK-47 और पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया था।
बूटन हाल ही में भोजपुर जिले के बीडीसी सदस्य दीपक साह की हत्या के मामले में जेल से बाहर आया था। उस पर पहले भी कई संगीन आपराधिक मामलों में कार्रवाई की जा चुकी है। बूटन चौधरी और रंजीत चौधरी का गैंगवार क्षेत्र में लंबे समय तक चर्चा का विषय रहा। कभी दोनों करीबी दोस्त थे और आठ वर्षों तक साथ मिलकर अपराध किए, लेकिन बाद में इनके रिश्ते इतने बिगड़े कि एक-दूसरे के खून के प्यासे बन गए।
2013 में बूटन चौधरी पर हमला हुआ, जिसका आरोप रंजीत और उसके भाइयों पर लगा। 2016 में रंजीत के बड़े भाई हेमंत चौधरी की हत्या पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान कर दी गई, जिसमें बूटन के गुर्गों पर संदेह जताया गया। बूटन चौधरी का आतंक आरा और आसपास के इलाकों में व्यापक रूप से फैला हुआ था। वह खुलेआम एके-47 जैसे आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन करता था और लंबे समय तक पुलिस को चकमा देकर फरार रहा। उसके बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस ने उस पर 2 लाख का इनाम घोषित किया था।