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Success Story: बला की खूबसूरत है ये IPS अफसर, संघर्ष की ऐसी कहानी जो आपको भी कर दे इंस्पायर

आशना चौधरी, उत्तर प्रदेश की एक IPS अधिकारी हैं, जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 116वीं रैंक हासिल की है। वह हापुड़ जिले के पिलखुआ की रहने वाली हैं। उन्होंने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन और साउथ एशियन यूनिवर्सिटी से मास्टर्स किया है।

Success Story

02-Mar-2025 09:04 AM

By First Bihar

आईपीएस अधिकारी बनने का सपना देखने वाले लाखों युवा हर साल यूपीएससी परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन इस कठिन परीक्षा को पास करना हर किसी के बस की बात नहीं होती। असफल होने के बाद कई लोग अपने सपनों से समझौता कर लेते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश की आशना चौधरी ने ऐसा नहीं किया। अपनी कड़ी मेहनत, धैर्य और लगन से उन्होंने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की और आईपीएस अधिकारी बन गईं।


उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुआ की रहने वाली आशना चौधरी न सिर्फ अपने दिमाग बल्कि अपनी खूबसूरती के लिए भी चर्चा में रहती हैं। उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं और लोग उनकी मेहनत और खूबसूरती दोनों के कायल हैं। आशना के पिता डॉ. अजीत सिंह एक सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर हैं और उनकी मां इंदु सिंह गृहिणी हैं। आशना ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर विमेन से इंग्लिश लिटरेचर में ग्रेजुएशन किया और फिर साउथ एशियन यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशन्स में मास्टर्स किया।


आशना ने 2019 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की और 2020 में अपना पहला प्रयास दिया, लेकिन वह प्रीलिम्स परीक्षा तक भी नहीं पहुंच पाईं। उन्होंने हार नहीं मानी और 2021 में फिर से परीक्षा दी, लेकिन इस बार भी वह कुछ अंकों से प्रीलिम्स में फेल हो गईं। दो बार असफल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और पूरे जोश के साथ 2022 में तीसरी बार यूपीएससी परीक्षा दी। इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने 116वीं रैंक हासिल कर आईपीएस बनने का सपना पूरा कर लिया।



आईपीएस बनने के बाद आशना चौधरी सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में हैं। उनकी खूबसूरत तस्वीरें और प्रेरणादायक सफर ने उन्हें लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना दिया है। लोग न सिर्फ उनकी मेहनत की सराहना कर रहे हैं बल्कि उनके स्टाइल और शालीनता के भी दीवाने हो गए हैं।


संघर्ष करने वालों की कभी हार नहीं होती! आशना चौधरी की सफलता की कहानी उन युवाओं के लिए एक सबक है जो पहली या दूसरी असफलता के बाद हार मान लेते हैं। अगर आप आशना की तरह कड़ी मेहनत और धैर्य के साथ लगे रहेंगे तो आपको सफलता जरूर मिलेगी।