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16-Mar-2025 05:03 PM
By First Bihar
PATNA: दानापुर की खुशबू अपनी पढ़ाई पूरी कर डॉक्टर बनना चाहती है लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने की वजह से उसका डॉक्टर बनने का सपना टूटता दिख रहा था। खुशबू का कहना था कि गांव में लड़का-लड़की में भेदभाव होता है। पैसे के अभाव और भेदभाव के कारण वो साइंस नहीं पढ़ पाई। वो चाहती है कि डॉक्टर बनकर वो अपने पापा का सपना पूरा करें। इस बात की जानकारी जब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को हुई तब उन्होंने खुशबू से बातचीत की। बोले कि उनकी पढ़ाई के सपने को वो पूरा करेंगे।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि खुशबू के साथ अब पढ़ाई में कोई भेदभाव नहीं होगा। वह अपने पसंद के विषय में पढ़ाई कर सकेगी। अपने साथ घर पर हुए भेदभाव को लेकर भावुक हुई खुशबू से केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने खुद बातचीत कर उसे आगे की पढ़ाई का आश्वासन दिया है। खुशबू का विज्ञान संकाय में एडमिशन के लिए DM को निर्देशित भी किया गया है। इससे उसका डॉक्टर बनने का सपना साकार हो सकेगा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने खुशबू से कहा कि मन लगा कर पढ़ाई करो और डॉक्टर बनकर दिखाओ। नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में NDA की सरकार भारत की बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने खुशबू को हर संभव मदद और आगे की पढ़ाई का आश्वासन दिया। बता दें कि पटना से सटे दानापुर की रहने वाली खुशबू ने हेतनपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय से मैट्रिक पास की। अभी वो दानापुर में आर्ट्स से 11वीं की पढ़ाई कर रही है। घर की माली हालत ठीक नहीं रहने की वजह से उसका एडमिशन आर्ट्स में कराया गया जबकि वो साइंस सब्जेक्ट लेकर पढ़ना चाहती थी।
उसका सपना है कि साइंस से पढ़ाई कर वो मेडिकल की तैयारी करें और डॉक्टर बनकर पिता का सपना पूरा करें लेकिन पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने के चलते वो साइंस से पढ़ाई नहीं कर पा रही है। खुशबू ने बताया कि उसकी मां ने कहा था मैट्रिक में 400 प्लस नंबर आएगा तब साइंस ले सकती हो। लेकिन 399 अंक आए जिसके कारण साइंस नहीं ले पाई। यह कह खुशबू के आंखों से आंसू निकलने लगे कि मैं साइंस पढ़ना चाहती थी, लेकिन एक नंबर कम होने के कारण मुझे आर्ट्स लेना पड़ा। गांव में लड़का-लड़की में भेदभाव होता है।
खुशबू ने कहा कि पैसे की कमी की वजह से और इस भेदभाव के कारण मैं साइंस नहीं पढ़ पाई। ना चाहकर भी विवश होकर आर्ट्स में दाखिला करना पड़ गया। खुशबू के माता-पिता का कहना है कि वो भी चाहते हैं कि उनकी बेटी साइंस से आगे की पढ़ाई करे और डॉक्टर बने लेकिन उनकी आर्थिक स्थित ठीक नहीं है। पैसे के अभाव में उसका एडमिशन आर्ट्स में कराना पड़ गया जबकि बेटी साइंस पढ़ना चाहती है। अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मदद का आश्वासन दिया है। जिससे खुशबू का परिवार बेहद खुश है।