ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: बेतिया में 2 बाइक की टक्कर में महिला की मौत 4 घायल, पुलिस के देर से पहुंचने पर लोगों में आक्रोश MUZAFFARPUR: नाबालिग दलित लड़की से दुष्कर्म कर हत्या की कोशिश, 2 दिन बाद मामले ने पकड़ा तुल, सैकड़ों लोगों ने निकाला आक्रोश मार्च पटना में भीषण अग्निकांड: बाइकों से भरे कंटेनर में लगी आग, करोड़ों का नुकसान BIHAR: भारत प्लस इंडस्ट्रीज़ ने दिखाई देशभक्ति, अजय सिंह ने तुर्की की कंपनी से डील रद्द कर इटली की GBS कंपनी को दिया ऑर्डर SIWAN: बड़हरिया में प्रशांत किशोर का जोरदार स्वागत, बिहार की जनता भ्रष्टाचार और अफसरशाही से पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है, अब बदलाव चाहती है: PK पटना के अनीसाबाद में Aakash एजुकेशनल सर्विसेज के नये ब्रांच का उद्घाटन, छात्रों की मांग पर सातवें सेंटर की ओपनिंग Bihar News: बिहार सोलर शो-2025 का हुआ आयोजन, उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा हुए शामिल, कहा.... यात्रीगण कृपया ध्यान दें: 7 जोड़ी समर स्पेशल ट्रेनों के परिचालन अवधि में विस्तार KHAGARIA: मानसी के पूर्व सीओ प्रभात कुमार पर सरकार की बड़ी कार्रवाई, अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई BIHAR: संदिग्ध हालात में खड़े सरपंच और समर्थकों से पूछताछ के दौरान बवाल, दारोगा पर हमला, रिवॉल्वर छीनने की कोशिश

तेज प्रताप यादव हनी ट्रैप में फंसे, तंत्र-मंत्र और राजनीतिक साजिश का आरोप: लालू यादव के भतीजे नागेंद्र राय का बड़ा दावा

नागेंद्र राय ने आरोप लगाया कि अनुष्का यादव और उनके परिवार ने जानबूझकर तेज प्रताप के साथ घनिष्ठता बढ़ाई। यह सब 2018 के आसपास शुरू हुआ, जब अनुष्का के भाई आकाश यादव ने पार्टी में एंट्री ली और धीरे-धीरे तेज प्रताप के विश्वासपात्र बन गए।

bihar

27-May-2025 10:46 PM

By First Bihar

PATNA: बिहार की राजनीति एक बार फिर तेज़ हलचल में है, और इस बार विवाद का केंद्र हैं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और उनके कथित रिश्ते को लेकर सुर्खियों में आईं अनुष्का यादव। वायरल फोटो-वीडियो के बाद जहां तेज प्रताप को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है, वहीं अब उनके चचेरे भाई नागेंद्र राय ने सामने आकर इस पूरे मामले को एक सुनियोजित साजिश करार दिया है।


नागेंद्र राय का बड़ा आरोप: "तेज प्रताप को हनी ट्रैप में फंसाया गया"

निजी टीवी चैनल को दिए एक विस्तृत इंटरव्यू में लालू यादव के भतीजे नागेंद्र राय ने दावा किया कि यह महज कोई निजी मामला नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हनी ट्रैप और ब्लैकमेलिंग स्कीम है, जिसका मकसद केवल आर्थिक लाभ और राजनीतिक फायदा उठाना है। उनका कहना है कि तेज प्रताप यादव को भावनात्मक रूप से कमजोर कर उनके खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया।

लालू के भतीजे का आरोप: "राजनीतिक पद पाने और पैसे के लिए रची गई साजिश"

नागेंद्र राय ने आरोप लगाया कि अनुष्का यादव और उनके परिवार ने जानबूझकर तेज प्रताप के साथ घनिष्ठता बढ़ाई। यह सब 2018 के आसपास शुरू हुआ, जब अनुष्का के भाई आकाश यादव ने पार्टी में एंट्री ली और धीरे-धीरे तेज प्रताप के विश्वासपात्र बन गए। इसके बाद उन्होंने अपने परिवार को तेज प्रताप के करीब लाने का प्रयास किया, जिसमें वे सफल भी रहे। धीरे-धीरे तेज प्रताप को एक जाल में फंसाया गया, जिसका उद्देश्य सिर्फ पैसा उगाही और राजनीति में पद हासिल करना था।


तंत्र-मंत्र और तांत्रिक अनुष्ठानों का भी आरोप

इस पूरे प्रकरण को और रहस्यमयी बनाते हुए नागेंद्र राय ने यह चौंकाने वाला दावा भी किया कि अनुष्का की मां तंत्र-मंत्र की जानकार हैं और वर्षों से तांत्रिकों के संपर्क में रही हैं। उनका आरोप है कि दुर्गा पूजा के दौरान एक विशेष तांत्रिक अनुष्ठान भी कराया गया था, जिसमें तेज प्रताप को बुलाकर मानसिक रूप से नियंत्रित करने का प्रयास किया गया।


"तेज प्रताप मासूम हैं, भावना में बह गए"

नागेंद्र राय ने तेज प्रताप का बचाव करते हुए कहा कि वे दिल और दिमाग से बेहद भावुक और मासूम हैं, जिसे इस परिवार ने हथियार बनाकर इस्तेमाल किया। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अगर अनुष्का यादव वाकई 12 वर्षों से प्रेम में थीं, तो तेज प्रताप की शादी (2018 में ऐश्वर्या राय से) के दौरान उन्होंने कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी?


लालू परिवार में दरार और राजनीति में हलचल

तेज प्रताप और अनुष्का की वायरल तस्वीरों के बाद पहले ही लालू परिवार में तनाव चरम पर पहुंच गया है। तेज प्रताप को पार्टी से निष्कासित करने के बाद लालू प्रसाद यादव ने उन्हें परिवार से भी बेदखल कर दिया है। अब जब उनके ही भतीजे नागेंद्र राय ने सार्वजनिक रूप से अनुष्का और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, तो यह मामला केवल पारिवारिक विवाद नहीं रह गया, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है।


अब सवाल उठता है...

क्या वाकई तेज प्रताप यादव एक सुनियोजित जाल में फंसे?

क्या इन आरोपों की पुष्टि कोई जांच एजेंसी करेगी?

क्या यह महज़ राजनीतिक बचाव की कोशिश है या सच्चाई का दूसरा पहलू?


फिलहाल, यह मामला बिहार की राजनीति और लालू परिवार दोनों के लिए गहरे संकट का कारण बनता जा रहा है। जनता, मीडिया और राजनीतिक विश्लेषक सभी इस मामले की सच्चाई जानने को बेताब हैं। देखना होगा कि आने वाले दिनों में कौन-सी नई परतें खुलती हैं और इस विवाद का क्या अंत होता है।