ब्रेकिंग न्यूज़

जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं

KK Pathak : मुश्किलें बढ़ीं तो अब शिक्षकों को याद आ रहे KK Pathak, ऐसी ही रही स्थिति तो हो सकता है हंगामा

KK Pathak : जो शिक्षक कल तक केके पाठक को ‘अत्याचार करने वाला’ और ‘हिटलर’ कह रहे थे, आज उन्हें पछतावा हो रहा है

KK Pathak

21-Mar-2025 02:37 PM

By First Bihar

KK Pathak : बिहार के परेशान शिक्षकों को अब फिर से केके पाठक याद आने लगे हैं, जी हां.. वही केके पाठक जो कभी इन शिक्षकों के लिए अत्याचार करने वाले और प्रताड़ना करने वाले एक अधिकारी थे, आज वे इनकी नजरों में मसीहा बन गए हैं. शिक्षकों का कहना है कि केके पाठक के कार्यकाल में उन्हें समय पर सैलरी मिल जाया करती थी, लेकिन हालात अब बदल चुके हैं.


अब आलम यह है कि यह लापरवाह विभाग तीन-तीन महीने की सैलरी लटकाकर बैठी है, इससे शिक्षक अब परेशान हो उठे हैं और आंदोलन तक करने की धमकी दे रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि उनका अपने परिवार तक को चलाना मुश्किल हो रहा है. आखिर ऐसे में भला उनके पास और विकल्प ही क्या बचता है. ये टीचर अब केके पाठक को याद कर पश्चाताप के आंसू बहा रहे हैं.


बता दें कि पीड़ित शिक्षकों ने यह तक कहा है कि उन्होंने कई उच्च अधिकारियों के पास शिकायत की लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ, ऐसे में अब इन्होने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर 31 मार्च तक बकाया वेतनों का भुगतान नहीं किया जाता है तो सभी शिक्षक 1 अप्रैल से जिला शिक्षक कार्यालय के सामने धरना तथा अनशन पर बैठ जाएँगे.


बताते चलें कि ऐसे शिक्षकों का अब अपने बच्चों की फीस तक भर पाना मुश्किल हो गया है, पहले इन्हें महीने के ख़त्म होते ही समय पर वेतन भुगतान कर दिया जाता था. लेकिन अब पिछले 78 दिनों से ये सभी अपनी मेहनत की कमाई पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, फिर भी कोई नतीजा नहीं निकल रहा है. देखना होगा कि अब कितने दिनों में आखिर इन शिक्षकों की इस समस्या का निदान किया जाता है.