Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान बिहार की बिटिया ने किया कमाल: पुनपुन की कोमल ने चीन में लगहराया तिरंगा, ड्रैगन बोट रेस में जीता ब्रॉन्ज Air India के एक और विमान में आई तकनीकी खराबी, दिल्ली से यहां जा रही फ्लाइट रद्द Air India के एक और विमान में आई तकनीकी खराबी, दिल्ली से यहां जा रही फ्लाइट रद्द Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद को लेकर खूनी खेल, फरियाद लेकर थाने पहुंचे लोगों को पुलिस ने भगाया
28-Mar-2025 09:29 AM
By First Bihar
CBSE EXAM: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से जुड़ी यह बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। बोर्ड वैसे छात्रों को एग्जाम देने से रोक सकती है जिन्होंने डमी स्कूल में अपना एडमिशन करवाया है। तो आइए जानते हैं कि इसको लेकर ताजा अपडेट क्या है।
जानकारी के अनुसार, CBSE ने अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जो कक्षा 12 के छात्र 'डमी स्कूलों' में नामांकित हैं, उन्हें बोर्ड परीक्षा में बैठने से रोकने पर विचार करें। सीबीएसई के अधिकारियों ने इस बारे में बताया कि यदि छात्र नाम के लिए किसी डमी स्कूल से जुड़े हैं और असल में वहां पढ़ाई नहीं हो रही है, तो उन्हें परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं मिलेगा।
सीबीएसई ने यह भी कहा कि इस मामले की जिम्मेदारी छात्रों और उनके माता-पिता पर भी है, क्योंकि नियमित स्कूल न जाने का फैसला उन्हीं का होता है।
आपको बताते चले कि, पिछले साल दिसंबर में CBSE ने दिल्ली, बेंगलुरु, वाराणसी, बिहार, गुजरात और छत्तीसगढ़ के 29 स्कूलों में एक्शन लेकर 'डमी' छात्रों के नामांकन की जांच की थी। कई छात्र, खासकर जो इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, डमी स्कूलों में नामांकन करते हैं ताकि वे अपनी पूरी ऊर्जा केवल प्रतिस्पर्धी परीक्षा की तैयारी पर केंद्रित कर सकें। ये छात्र कक्षाओं में नहीं जाते और सीधे बोर्ड परीक्षा में बैठते हैं।