'कल्याण ज्वेलर्स' के नाम पर फर्जी सोने-चांदी की दुकान चलाने वाले पर चला प्रशासन का डंडा, बांड भरवाकर दुकानदार से बैनर हटवाया Bihar News: अवैध मेडिकल दुकानों और क्लिनिक संचालकों के खिलाफ प्रशासन का बड़ा अभियान, कई लोग हिरासत में बिहार का 'पुष्पा' निकला संजीव मुखिया, पत्नी को MP और MLA बनाने के लिए किया पेपर लीक Bihar Crime News: भीड़ ने पीट-पीटकर ले ली युवक की जान, एक ग़लतफ़हमी और हो गया बड़ा कांड राज्यसभा के उप सभापति से मिले अजय सिंह, महुली खवासपुर-पीपा पुल के पक्कीकरण की मांग मधुबनी में गरजे मुकेश सहनी, कहा..हक मांगने से नहीं मिलता, छीनना पड़ता है Bihar News: टुनटुन यादव के प्रोग्राम में फायरिंग के बाद एक्शन में आई पुलिस, एक को दबोचा अन्य की तलाश जारी PK ने जमुई में भरी हुंकार, बोले..नीतीश चचा को हटाना है इस बार, भूमि सर्वे और दाखिल खारिज में जमकर हो रहा भ्रष्टाचार Caste Census:जातीय जनगणना पर केंद्र के फैसले का JDU महासचिव ने किया स्वागत, नीतीश कुमार के विजन की बताई जीत Bihar Education News: सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल-प्रधान शिक्षकों का पावर कट, स्कूल के दूसरे शिक्षक को बड़ा अधिकार, ACS एस सिद्धार्थ ने सभी DEO को भेजा पत्र
30-Apr-2025 10:46 PM
By First Bihar
BANKA: बांका शहर के भारती निवास के समीप संचालित कथित 'कल्याण ज्वेलर्स' नामक ज्वेलरी दुकान पूरी तरह से फर्जी पाई गई है। बुधवार को प्रशासनिक छापामारी के दौरान इसका खुलासा हुआ, जब अधिकारियों ने खुद दुकानदार से ही दुकान के ऊपर लगे बोर्ड, पोस्टर और बैनर हटवाया। यह कार्रवाई एसडीओ अविनाश कुमार और एसडीपीओ बिपिन बिहारी की अगुवाई में फर्जी मेडिकल और क्लिनिक जांच अभियान के दौरान की गई।
छापामारी दल का ध्यान तब इस दुकान की ओर गया। जब प्रशासनिक अधिकारी पास ही एक फर्जी क्लिनिक की जांच कर रहे थे। संदेह के आधार पर जब अधिकारियों ने ज्वेलरी दुकान की जांच की, तो सामने आया कि यह प्रतिष्ठान 'कल्याण ज्वेलर्स' के नाम और लोगो का अवैध रूप से इस्तेमाल कर रहा था। संचालक ने बिना किसी अधिकारिक अनुमति के एक नामी ब्रांड की नकल कर दुकान संचालित की जा रही थी।
बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले असली 'कल्याण ज्वेलर्स' की टीम ने इस फर्जी दुकान के खिलाफ कापीराइट उल्लंघन का मामला दर्ज कराया था। जांच में यह स्पष्ट हुआ था कि दुकान ने ब्रांड का लोगो, फान्ट और नाम हूबहू कापी कर लिया था। उस समय पुलिस ने संचालक को चेतावनी देते हुए बांड भरवाया था और भविष्य में इस नाम या लोगो का उपयोग न करने की सख्त हिदायत दी थी।
लेकिन चेतावनी के बावजूद जब दुकान में दोबारा वही ब्रांडिंग पाई गई, तो प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए मौके पर ही कार्रवाई की। अधिकारियों ने छत पर लगे बड़े बैनर को भी हटाने का निर्देश दिया है। वहीं संचालक प्रवीण कुमार ने बताया कि उनका नाम का पंजीयन किया गया है। जबकि लाइसेंस पिछले 1980 ई. से है। जबकि बिहार में इस ब्रांड की लांचिंग 2022 में हुई है। उन्होंने कोई नाम और लोगो का इस्तेमाल नहीं किया है। उनका इस नाम से सभी प्रकार की काजगत है। उनका लिखने का जरिया भी खुद का है।
बांका से सोंटी सोनम की रिपोर्ट