शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट..
01-Sep-2021 03:39 PM
By
DESK: सरकार को बहुत जल्द कोरोना के खिलाफ जारी जंग में एक और कामयाबी मिलने वाली है। सितंबर के अंत तक यह खुशखबरी मिल सकती है। दरअसल देश की दूसरी स्वदेशी कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी सितंबर महीने के अंत तक बाजार में आ सकती है। जायडस कैडिला की ZyCoV-D वैक्सीन दुनिया की पहली प्लाज्मिड डीएनए आधारित कोरोना वैक्सीन है जिसे भारत ने 12 से 17 साल की उम्र के बच्चों के लिए मंजूरी दी है।
बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन की कीमत अन्य वैक्सीन के मुकाबले बहुत कम होगी। जायडस कैडिला हर साल वैक्सीन की 10 से 12 करोड़ डोज तैयार करेगा। जायडस की एमडी डॉ शर्विल पटेल का कहना है कि इस वैक्सीन की कीमत को लेकर अभी सरकार के साथ बातचीत की जानी है।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन की कीमत तकनीक, क्षमता वाल्युम के आधार पर तय की जाएगी। वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि वैक्सीन की कीमत काफी कम होगी। जायकोव-डी की वैक्सीन अभी तीन डोज की वैक्सीन है जिसे 0, 28 और 56 दिन की अवधि पर दिया जाएगा।
कंपनी के एमडी शर्विल पटेल ने बताया कि जल्द से जल्द दो डोज की वैक्सीन के लिए मंजूरी पाने की भी कंपनी कोशिश कर रही है। हालांकि इसके लिए उन्हें कोई तय समय सीमा नहीं दी है। जायकोव-डी कोरोना वैक्सीन की यह भी खूबी है कि इसे 25 डिग्री तापमान पर 3 महीने तक रखा जा सकता है। जिससे इसके रखरखाव की समस्या भी कम होगी। इस वैक्सीन को भारत सरकार ने 12 से 17 साल की उम्र के बच्चों के लिए मंजूरी दे दी है।