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07-Jun-2021 07:05 AM
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PATNA : बिहार में लोगों को घर बैठे जमीन का नक्शा मनाने की सुविधा मिल चुकी है लेकिन अब जल्द ही जमीन के सभी दस्तावेज भी लोगों को घर बैठे हैं मिल पाएंगे। राज्य सभी अंचलों में बन रहे रिकॉर्ड रूम को चलाने की नियमावली भूमि सुधार विभाग बना रहा है। रिकॉर्ड रूम में रखे गये दस्तावेज लोगों को कैसे उपलब्ध कराए जाएंगे इसकी व्यवस्था नियमावली में होगी। नियम बनने के बाद किसी भी दस्तावेज के लिए लोगों को कर्मचारियों की पीछे दौड़ना नहीं पड़ेगा। घर बैठे ही वह ऑनलाइन दस्तावेज निकाल पाएंगे।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग अगले महीने यानी जुलाई तक नियमावली तैयार कर लेगा। नियमावली बनने के बाद लोगों को दस्तावेज उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जहां भी रिकॉर्ड रूम तैयार हो गया है, वहां जल्द इसे एक्टिव कर दिया जाएगा। इसके लिए डाटा इंट्री ऑपरेटर का नियोजन बेल्ट्रॉन के माध्यम से किया जा रहा है। सभी जिलों में अपर समाहर्ता आधुनिक रिकार्ड रूम के लिए नोडल अधिकारी बनाये गये हैं।
रिकॉर्ड रूम में खतियान, नक्शा, रजिस्टर ट सहित राजस्व एवं जमीन संबंधी 26 प्रकार के दस्तावेज डिजिटल फॉर्म में रहेंगे। सभी दस्तावेजों को डिजिटइज्ड कराने की प्रक्रिया भी अंतिम दौर में है। 436 अंचलों में रिकॉर्ड रूम बनकर तैयार हैं। इसके लिए दो मंजिला भवन बने हैं। हर अभिलेखागार में चार कंप्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर समेत सभी जरूरी उपकरण दिये i जा रहे हैं। यहां पूरा काम सीसीटीवी कैमरे की नजर में होगा।
आपको बता दें कि फिलहाल सरकार जमीन के नक्शे को ऑललाइन उपलब्ध करा रही है। नक्शा ऑफलाइन भी मिल रहा है। इसे 150 रुपये का पेमेंट कर डाक से भी मंगाया जा सकता है। उम्मीद जतायी जा रही है कि यही व्यवस्था जमीन से जुड़े 26 प्रकार के अन्य दस्तावेजों के लिए भी होगी। लेकिन इसके लिए कितना पैसा देना होगा यह अभी सरकार को तय करना है।