Bihar News: रिश्वत में वाशिंग मशीन और कैश लेते गिरफ्तार हुए दारोगा साहेब, निगरानी ने कुछ ऐसे दबोचा Cooperative Banks loan in Bihar: बिहार के 15 जिलों में खुलेंगे सहकारी बैंक, एक लाख लोगों को मिलेगा लोन Boycott Turkish Products: भारत में शुरू हुआ तुर्की का आर्थिक बहिष्कार, 2023 में हमारी दरियादिली देखी, अब भुगतो नाराजगी बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: मुजफ्फरपुर में जमीन कारोबारी की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर CBSE Board 12th Result 2025: गोल इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने लहराया परचम PATNA: बिहार के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए अच्छी खबर, वेतन भुगतान के लिए 28 अरब से अधिक की राशि जारी Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत
31-May-2023 09:51 AM
By First Bihar
KATIHAR: बिहार के कटिहार जिले में NIA ने बुधवार सुबह छापेमारी की है. जिले के हसनगंज थाना इलाके के यूसुफ टोला में मो. नदवी के घर की तलाशी ली जा रही है. जो PFI नेता के रिश्तेदार भी है और नदवी फुलवारी शरीफ केस में टेरर फंडिंग मामले का मास्टरमाइंड है.
जानकारी के अनुसार PFI के फुलवारीशरीफ मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बिहार, कर्नाटक और केरल में करीब 25 ठिकानों पर रेड मारी है. जहां जिले के हसनगंज थाना क्षेत्र के मुजफ्फर टोला में NIA की टीम ने लगभग 3 घंटे तक छापेमारी की. एनआईए के टीम ने नासिर हुसैन के घर कई दस्तावेज को खंगाला. वही स्थानीय लोगों के माने तो एनआईए ने पूछताछ के लिए महबूब आलम नदवी के भाई मोहम्मद जावेद को अपने साथ ले गईं. स्थानीय स्तर पर लोगों ने इसकी पुष्टि की है. हालांकि आधिकारिक रूप से अब तक इसकी कोई पुष्टि नहीं है.
मालूम हो कि जुलाई 2022 में पटना के फुलवारीशरीफ में पुलिस की छापेमारी में PFI से जुड़े कुछ लोग पकड़े गए थे. इस रेड में इंडिया 2047 नाम का 7 पेज का डॉक्यूमेंट भी मिला है. जहां पता चला था कि अगले 25 साल में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की प्लानिंग की गई थी. इसी टारगेट को पूरा करने के लिए मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी दी जा रही थी.