Google Gemini Photo Trend: सोशल मीडिया पर Nano Banana की धूम, यह कितना है सुरक्षित? जानिए... 25 सितंबर से ईरोड-जोगबनी के बीच चलेगी अमृत भारत एक्सप्रेस, हर गुरुवार और रविवार को ट्रेन का होगा परिचालन BIHAR NEWS : किराए के मकान में घुसकर छात्रा की गला रेतकर हत्या, मां गंभीर रूप से हुई घायल Katihar News: कटिहार में भीषण सड़क हादसा, ट्रक-ऑटो-बाइक की टक्कर में कई लोग घायल Bihar vigilance : भूमि विवाद निपटारे के नाम पर रिश्वत लेते पकड़ा गया कर्मचारी, निगरानी टीम ने दबोचा Bihar Dsp Transfer: नीतीश सरकार ने सात DSP का किया ट्रांसफर-पोस्टिंग, लिस्ट देखें.... Bihar Politics: ‘झूठ बोलने की मशीन बनकर घूम रहे पीएम’ आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने पीएम मोदी को बताया सबसे नकारा प्रधानमंत्री Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष में सफेद रंग क्यों होता है जरूरी? जानें... इसके पीछे का रहस्य Bihar News: बिहार के इस जिले को बाढ़ से मिलेगी मुक्ति, जल्द शुरू होने जा रहा यह बड़ा काम; सरकार ने दे दी मंजूरी Bihar News: बिहार के इस जिले को बाढ़ से मिलेगी मुक्ति, जल्द शुरू होने जा रहा यह बड़ा काम; सरकार ने दे दी मंजूरी
13-Oct-2023 08:27 AM
By First Bihar
PATNA : शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक बार फिर से सभी जिलों के जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा कि न सिर्फ हाई स्कूल बल्कि प्राथमिक-मदध्य विद्यालयों में शौचालय, बच्चों को बैठने के लिए फर्नीचर-दरी की व्यवस्था करें। पाठक ने अपने पत्र में सभी जिलों के डीएम को यह भी जानकारी दी है कि यह व्यवस्था कहां से करें।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पत्र में कहा गया है कि आप ऐसे माध्यमिक विद्यालय को देखें जहां बड़ी धनराशि पड़ी हुई है। उस पैसे से हाई स्कूल के फीडर एरिया के प्रारंभिक और मध्य विद्यालयों के शौचायलयों को फंक्शनल बनाएं। इसके साथ ही उनमें फर्नीचर की व्यवस्था करवाएँ। आप यह लक्ष्य तय करें कि आगामी सर्दी के मौसम में प्राथमिक, मध्य विद्यालय का कोई भी बच्चा फर्श पर न बैठे। यदि माध्यमिक विद्यालय की राशि से पर्याप्त फर्नीचर नहीं खरीदे जा सकते हैं तो कम से कम दरी खरीद कर ही इन प्राथमिक मध्य विद्यालय में उपलब्ध कराएं। ताकि सर्दी के मौसम में कोई भी छात्र ठंडे फर्श पर न बैठे।
केके पाठक ने सभी डीएम को कहा है कि आप 24 जुलाई 2023 का मेरा वह पत्र देखें। जिसमें कहा गया था कि माध्यमिक विद्यालयों में लगभग 1100 करोड़ की राशि छात्र कोष, विकास कोष में पड़ी हुई है। इस राशि को माध्यमिक विद्यालयों की बेहतरीन में खर्च करें। इसके साथ ही उस पत्र में यह भी लिखा गया था कि उक्त माध्यमिक विद्यालय के फीडर एरिया में जो-जो प्राथमिक, मध्य विद्यालय हैं उन पर भी ध्यान दें। हाईस्कूल के फंड में जमा राशि से इन प्राथमिक, मध्य विद्यालय में काम करवायें।