ब्रेकिंग न्यूज़

वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी

ज्ञानवापी केस में फैसला सुनाने वाले जज को फिर मिली धमकी, विदेशी नंबर से आया Threat वाला कॉल

ज्ञानवापी केस में फैसला सुनाने वाले जज को फिर मिली धमकी, विदेशी नंबर से आया Threat वाला कॉल

25-Apr-2024 03:23 PM

By First Bihar

DESK: वाराणसी के चर्चित ज्ञानवापी केस में फैसला सुनाने वाले जज रवि दिवाकर को फिर से धमकियां मिल रही हैं। विदेश से धमकी भरा कॉल आने के बाद न्यायमूर्ति ने बरेली के एसपी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी और सुरक्षा को बढ़ाने की मांग की है।


रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते 15 अप्रैल की शाम करीब पौने नौ बजे विदेशी नंबर से जज रवि दिवाकर के पर्सनल मोबाइल नंबर पर फोन आया और उन्हें धमकी दी गई। पिछले 20-25 दिन के भीतर उनके मोबाइल पर उस नंबर से कई बार फोन आए लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस पूरे मामले के छानबीन में जुट गई है।


बता दें कि वाराणसी में ज्ञानवापी केस में फैसला सनाने के बाद से ही जज रवि दिवाकर को धमकिया मिल रही हैं। पहली बार धमकी मिलने के बाद वाराणसी से उनका तबादला बरेली कर दिया गया था। पुलिस की तरफ से उनके और उनके परिवार की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी।


ज्ञानवापी फैसले के बाद जज रवि दिवाकर द्वारा अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उनके और उनके परिवार को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का आदेश दिया था हालांकि किसी कारण वश उनकी सुरक्षा को वाई श्रेणी से घटाकर एक्स श्रेणी कर दिया गया था।