UPMSP UP Board 10th 12th Result 2025: यूपी बोर्ड ने जारी किया 10वीं और 12वीं का रिजल्ट, जानिए.. कौन हैं स्टेट टॉपर्स UPMSP UP Board 10th 12th Result 2025: यूपी बोर्ड ने जारी किया 10वीं और 12वीं का रिजल्ट, जानिए.. कौन हैं स्टेट टॉपर्स Bihar Land Survey: भूमि सर्वे के बीच नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला, 'बदलैन' वाली जमीन का क्या होगा, जानें... Bihar Crime News: बाइक के लिए महिला को दे दी सजा-ए-मौत, शव को जलाने जा रहे थे, तभी ग्रामीण ने खोल दी पोल Electric vehicle battery danger: इलेक्ट्रिक वाहन EV खरीदने से पहले पढ़ लें ये खबर... वरना हो सकता है बड़ा नुकसान! Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला..कई विभागों में 1000+ नए पदों की मंजूरी, युवाओं के लिए सरकारी नौकरी का सुनहरा मौका Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला....इन एजेंडों पर लगी मुहर,जानें.... Bihar Police: बिहार पुलिस की दबंगई, दुकानदार को दी धमकी, मामला CCTV में कैद Neet Paper Leak Case: NEET पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अरेस्ट, पटना से STF ने दबोचा, 3 लाख का था इनाम Neet Paper Leak Case: NEET पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अरेस्ट, पटना से STF ने दबोचा, 3 लाख का था इनाम
25-Apr-2024 03:23 PM
By First Bihar
DESK: वाराणसी के चर्चित ज्ञानवापी केस में फैसला सुनाने वाले जज रवि दिवाकर को फिर से धमकियां मिल रही हैं। विदेश से धमकी भरा कॉल आने के बाद न्यायमूर्ति ने बरेली के एसपी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी और सुरक्षा को बढ़ाने की मांग की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते 15 अप्रैल की शाम करीब पौने नौ बजे विदेशी नंबर से जज रवि दिवाकर के पर्सनल मोबाइल नंबर पर फोन आया और उन्हें धमकी दी गई। पिछले 20-25 दिन के भीतर उनके मोबाइल पर उस नंबर से कई बार फोन आए लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस पूरे मामले के छानबीन में जुट गई है।
बता दें कि वाराणसी में ज्ञानवापी केस में फैसला सनाने के बाद से ही जज रवि दिवाकर को धमकिया मिल रही हैं। पहली बार धमकी मिलने के बाद वाराणसी से उनका तबादला बरेली कर दिया गया था। पुलिस की तरफ से उनके और उनके परिवार की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी।
ज्ञानवापी फैसले के बाद जज रवि दिवाकर द्वारा अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताने पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उनके और उनके परिवार को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का आदेश दिया था हालांकि किसी कारण वश उनकी सुरक्षा को वाई श्रेणी से घटाकर एक्स श्रेणी कर दिया गया था।