ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार में औद्योगिक विकास को नई गति: मुजफ्फरपुर टेक्सटाइल पार्क में हाई स्पिरिट कमर्शियल वेंचर्स का उद्घाटन उधर पति दुबई गया इधर सास और ननद को खिला दिया नींद की गोली, आशिक को घर पर बुलाकर रंगरेलियां मनाते पकड़ी गई बहू Bihar Crime News: दो बच्चों की मां से इश्कबाजी पड़ी भारी, लोगों ने युवक को पेड़ से बांधकर पीटा; हालात काबू करने में पुलिस के छूटे पसीने Bihar Police: हथियार लहराने वाले 5000 लोगों की खैर नहीं, स्पीडी ट्रायल के लिए स्पेशल कोर्ट...DGP ने भेजा प्रस्ताव, 2005-2011 तक हफ्ते भर में दिलाई जाती थी सजा Mahayagya: गयाजी में होगा सनातनियों का महासमागम, 21-23 जून तक श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का आयोजन Mahayagya: गयाजी में होगा सनातनियों का महासमागम, 21-23 जून तक श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का आयोजन Bihar News: उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा का झंझारपुर और लखनौर का दौरा..प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष-उपाध्यक्ष से की मुलाकात, बोले- जन आकांक्षाओं को मिलेगी नई ऊर्जा Bihar Train News: बिहार के इस रेलखंड पर चलने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों के ठहराव और समय में बदलाव, जानिए.. शेड्यूल Bihar Train News: बिहार के इस रेलखंड पर चलने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों के ठहराव और समय में बदलाव, जानिए.. शेड्यूल VIP नेता संजीव मिश्रा ने बनैली पट्टी में चलाया जनसंवाद अभियान, स्थानीय लोगों की सुनी समस्याएं

कोरोना से भी खतरनाक मारबर्ग वायरस का पहला केस मिला, नए वायरस से मृत्यु दर 88 फीसदी

कोरोना से भी खतरनाक मारबर्ग वायरस का पहला केस मिला, नए वायरस से मृत्यु दर 88 फीसदी

10-Aug-2021 09:46 AM

By

DESK : कोरोना महामारी से जूझ रही दुनिया के सामने अब नया संकट पैदा हो गया है। कोरोना वायरस से कई गुना ज्यादा खतरनाक जानलेवा मारबर्ग वायरस का पहला केस सामने आया है। इस खतरनाक वायरस से होने वाली मौत का प्रतिशत 88 फीसदी है। दुनिया में सबसे खतरनाक वायरस के तौर पर मारबर्ग वायरस की पहचान की जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने मारबर्ग वायरस के फैलने की जानकारी दी है।


मारबर्ग वायरस का पहला केस पश्चिमी अफ्रीकी देश गिनी में सामने आया है। डब्ल्यूएचओ ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक के पश्चिमी अफ्रीका में मारबर्ग वायरस का पहला मामला सामने आया है। यह एक जानलेवा वायरस है जो इबोला से संबंधित है और कोरोना की तरह जानवरों से इंसानों में आया है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक मारबर्ग वायरस से जिन लोगों में फैलता है उनमें 100 में से 88 फ़ीसदी मामलों में इस वायरस से पीड़ित मरीज की मौत हो जाती है।


डब्ल्यूएचओ की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 2 अगस्त को इस वायरस से पीड़ित एक शख्स की मौत गिनी में हो गई। दक्षिणी गुएकेन्डो में मरीज की मौत हुई है। उसी के नमूनों में वायरस को पाया गया है। वायरस से मरने के बाद जब मरीज का पोस्टमार्टम कराया गया तो उसमें ही इबोला की पुष्टि नहीं हुई बल्कि मारबर्ग वायरस मिला। मारबर्ग वायरस के मिलने के बाद दुनिया भर में हड़कंप मच गया है। अफ्रीकी देशों से यह वायरस से दूसरे जगह ट्रांजिट ना हो इसके लिए डब्ल्यूएचओ एहतियाती कदम उठाने जा रहा है। अगर यह वायरस से दुनिया के और हिस्सों में फैला तो कोरोना से ज्यादा तबाही ला सकता है।