कटिहार सदर अस्पताल में सांप के काटने से महिला की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप कायमनगर में महिला चौपाल: सोनाली सिंह ने सुनीं महिलाओं की समस्याएं, दी माई-बहिन मान योजना की जानकारी सनातन जोड़ो यात्रा के तीसरे चरण में उमड़ा जनसैलाब, राजकुमार चौबे बोले..बक्सर बन सकता है अयोध्या-काशी से भी आगे पैतृक गांव महकार में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने सादगी से मनाया अपना बर्थडे, हम कार्यकर्ताओं ने दी जन्मदिन की बधाई IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 16वां जत्था, अब तक 2850 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन Bihar News: बिहार में ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, दो महीने पहले हुई थी शादी Bihar News: बिहार में ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, दो महीने पहले हुई थी शादी Bihar News: बिहार में इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के टॉपर्स को लैपटॉप देगी सरकार, इंजीनियर्स डे पर मंत्री ने की घोषणा
10-Aug-2023 01:41 PM
By First Bihar
ARA: बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक बार फिर बिहार की धरती पर आगमन होने वाला है। जल्द ही भोजपुर के उदवंतनगर में बाबा बागेश्वर का दिव्य दरबार सजेगा। इससे पहले 13 से 17 मई तक पटना के नौबतपुर स्तित तरेत गांव में हनुमंत कथा का आयोजन हुआ था, जिसको लेकर बिहार की राजनीति खूब गर्म हुई थी।
दरअसल, श्री बागेश्वर बिहार फाउंडेशन, आरा के एक शिष्टमंडल ने पिछले दिनों श्री बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात की थी। इस दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शिष्टमंडल को उदवंदनगर में जल्द ही हनुमंत कथा करने के लिए आश्वासन दिया और जल्द ही तिथि घोषित करने की बात कही थी।
जिसके बाद श्री बागेश्वर बिहार फाउंडेशन, आरा ने हनुमंत कथा के आयोजन को लेकर अपनी तैयारिया शुरू कर दी है। जिला प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद जल्द ही तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा।इसको लेकर श्री बागेश्वर बिहार फाउंडेशन के नाम से एक प्रेस नोट इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इससे पहले पंडित धीरेंद्र शास्त्री पहली बार 13 मई को पटना पहुंचे थे और 13 से 17 मई तक नौबतपुर के तरेत पाली गांव में हनुमंत कथा सुनाई थी। इस दौरान लाखो की संख्या में श्रद्धालु तरेत पारी गांव पहुंचे थे। कथा के संपन्न होने के बाद मंच से ही उन्होंने ऐलान किया था कि वे जल्द ही फिर से बिहार आएंगे और दिव्य दरबार लगाएंगे।
इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री के बिहार आगमन को लेकर खूब सियासत हुई थी। सत्ताधारी दलों ने धीरेंद्र शास्त्री का खुलकर विरोध किया था जबकि बीजेपी धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में खुलकर सामने आई थी। अब जब एक बार फिर से धीरेंद्र शास्त्री का आगमन होने जा रहा है तो एक बार फिर बिहार की सियासत गरमाने की संभावना है।