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20-Oct-2021 08:53 PM
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DELHI: बिहार सरकार में भाजपा के सहयोगी और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भगवान राम को लेकर फिर विवादित बयान दिया है। मांझी ने कहा है कि राम तो काल्पनिक चरित्र थे। उनसे हजार गुणा बड़े तो वाल्मिकी थे जिन्होंने इस चरित्र को गढ़ा।
दिल्ली में बोले मांझी
जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी हम की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक बुधवार को दिल्ली में की। इसी बैठक में उन्होंने वाल्मिकी को श्रद्धांजलि दी। मांझी बोले- 'महर्षि वाल्मिकी ने रामायण महाकाव्य की रचना की थी। उन्होंने राम के चरित्र को गढ़ा था। महर्षि वाल्मीकि राम से हजारों गुना बड़े थे।’ वैसे उन्होंने इस विवादित बयान के साथ सफाई भी दे दी। मांझी ने कहा कि ये उनकी निजी राय है। वे किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते।
पहले ही खड़ा कर चुके हैं विवाद
पिछले महीने ही मांझी ने कहा था कि भगवान राम काल्पनिक चरित्र हैं। दरअसल बीजेपी के कुछ नेताओं ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर बिहार में भी स्कूलों के पाठ्यक्रम में रामायण को शामिल करने की मांग की थी। उसके बाद मांझी ने राम को ही काल्पनिक चरित्र करार दिया था। उन्होंने कहा था कि वे राम को मर्यादा पुरूषोत्तम नहीं मानते। मांझी के बयान पर बीजेपी के कई नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया जतायी थी लेकिन मांझी ने फिर से उससे ज्यादा विवादित बयान दे दिया।
फर्जीवाड़ा कर सांसद बने नेता को बीजेपी ने मंत्री बनाया
जीतन राम मांझी ने आज बीजेपी पर फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे सांसद चुने गये नेता को केंद्र सरकार में मंत्री बनाने का आरोप लगाया। मांझी ने कहा कि उनकी जानकारी में ऐसे पांच नेता हैं जो अनुसूचित जाति के फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे रिजर्व सीट से सांसद बन गये हैं। उनमें से एक एसपी सिंह बघेल को बीजेपी ने केंद्र में मंत्री बना दिया है। मांझी ने उन पांच सांसदों के नाम भी गिनाये जिन पर वे फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी हासिल करने का आरोप लगा रहे हैं।
मांझी ने कहा कि भाजपा के सांसद जयसिद्धेश्वर शिवाचार्य महास्वामी, कांग्रेस के सांसद मोहम्मद सादिक, तृणमूल कांग्रेस की सांसद अपरूपा पोद्दार और निर्दलीय सांसद नवनीत रवि राणा ने अनुसूचित जाति यानि एससी का जाली प्रमाण पत्र देकर रिजर्व सीट से चुनाव लड़ा औऱ एमपी बन गये।
आरक्षण में बड़ा फर्जीवाड़ा
जीतन राम मांझी ने कहा कि SC के आरक्षण में बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है. 15 से 20 प्रतिशत लोग फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे SC के लिए रिजर्व सीट पर नौकरी ले ले रहे हैं। यहां तक की पंचायत चुनाव में फर्जी सर्टिफिकेट वाले रिजर्व सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं।