कटिहार सदर अस्पताल में सांप के काटने से महिला की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप कायमनगर में महिला चौपाल: सोनाली सिंह ने सुनीं महिलाओं की समस्याएं, दी माई-बहिन मान योजना की जानकारी सनातन जोड़ो यात्रा के तीसरे चरण में उमड़ा जनसैलाब, राजकुमार चौबे बोले..बक्सर बन सकता है अयोध्या-काशी से भी आगे पैतृक गांव महकार में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने सादगी से मनाया अपना बर्थडे, हम कार्यकर्ताओं ने दी जन्मदिन की बधाई IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 16वां जत्था, अब तक 2850 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन Bihar News: बिहार में ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, दो महीने पहले हुई थी शादी Bihar News: बिहार में ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, दो महीने पहले हुई थी शादी Bihar News: बिहार में इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के टॉपर्स को लैपटॉप देगी सरकार, इंजीनियर्स डे पर मंत्री ने की घोषणा
12-Jul-2023 04:14 PM
By Dhiraj Kumar Singh
JAMUI: जमुई के झाझा मध्य विद्यालय, सोहजाना में बच्चों के आपसी विवाद में अभिभावक स्कूल तक पहुंच गए। खेल-खेल में बच्चों के बीच हुई लड़ाई में दोनों बच्चों की दादी ही आपस में भिड़ गईं। इस दौरान विद्यालय रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। विद्यालय में लड़ाई दादियों के बीच होने लगी। दोनों के बीच उथक-पटक, चप्पल-जूते चलने लगा। बाल खींचकर मारपीट होने लगी। शिक्षक और बच्चे सारा तमाशा देखने लगे।
विद्यालय के प्रधान संजय कुमार यादव और कक्षा 1 के बादल कुमार के पिता दोनों महिला अभिभावकों को छुड़ाने का प्रयास करते देखे गए। बादल के पिता ने बताया कि कक्षा 3 के आकाश ने उनके बेटे कक्षा एक के बादल को काफी पीटा। जब इसकी शिकायत आकाश के घर करने गए तो उल्टा आकाश की दादी एवं परिजनों ने मेरे छोटे से बच्चे को ही दोषी ठहराने लगी।
दोनों महिलाओं के बीच इस तरह से रस्साकशी चल रही थी। उसी बीच बच्चे ने भी एक महिला अभिभावक बाल खींच दिया। विद्यालय प्रधान संजय यादव ने बताया अभिभावकों से शिकायत करने बच्चे विद्यालय से अपने घर चले गए थे। उन्होंने स्वीकार किया कि कक्षा की कमी तो है। पहली कक्षा में एक से अधिक कक्षा के बच्चों को बैठाना पड़ता है। क्लास में बैठने के लिए बच्चे आपस में लड़ने लगते हैं।
मोहल्ले की स्थिति यह है कि यदि बच्चों को फटकार लगाई जाए तो शिक्षकों से इसकी शिकायत करने अभिभावक पहुंच जाते हैं। जरा-जरा सी बात पर यहां अभिभावक सड़क जाम कर देते हैं। पीड़ित बादल के अभिभावक ने कहा कि क्लास की कमी को लेकर शिक्षा विभाग उदासीन हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि यहां बच्चों को अगर शिक्षक पीटते हैं तो अभिभावक ही शिक्षक को पीटने पहुंच जाते हैं। ऐसे में शिक्षक बच्चों को कैसे नियंत्रित करें यह बड़ी समस्या है।