ब्रेकिंग न्यूज़

आतंकी हमले के खिलाफ छातापुर में कैंडल मार्च, यह निर्दोष लोगों पर नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष की आत्मा पर हमला है: संजीव मिश्रा सीतामढ़ी में ट्रांसजेंडर से अवैध संबंध के चलते युवक की हत्या, पूजा समेत चार आरोपी गिरफ्तार Pahalgam Terror Attack: अटारी-वाघा बॉर्डर बंद होने से वापस लौट गई शैतान सिंह की बारात, बेकार गया 4 साल लंबा इंतजार IAS अधिकारी KK पाठक की बिहार से विदाई, अब केंद्र में निभाएंगे नई जिम्मेदारी Paghalgam Terror Attack: भारत इस दिन कर सकता है पाकिस्तान पर हमला, पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त का बड़ा दावा बिहार में समलैंगिक विवाह का मामला: 3 बच्चों की मां ने नाबालिग लड़की से की शादी Pahalgam Terror Attack: “चलो मंदिर चलते हैं”, कैसे भगवान शिव के आशीर्वाद ने बचा ली इस कपल की जान, पढ़कर आप भी कहेंगे “हर हर महादेव” हाजीपुर-शाहपुर पटोरी-बरौनी-मानसी के रास्ते दानापुर और सहरसा के बीच चलायी जा रही स्पेशल ट्रेन का विस्तार, 29 अप्रैल से सुपौल तक परिचालन बिहार में भीषण गर्मी का सितम: औरंगाबाद में पारा 46.2 डिग्री पार, पटना के संपतचक में 45.7 °C, रात में बारिश होने की संभावना Mohan Bhagwat: ‘पड़ोसियों को हम तंग नहीं करते लेकिन दंड देना राजा का कर्तब्य’ RSS प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान

आबादी में चीन को पीछे छोड़ देगा भारत, 2023 तक होगा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश

आबादी में चीन को पीछे छोड़ देगा भारत, 2023 तक होगा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश

11-Jul-2022 03:36 PM

By

DESK : विश्व जनसंख्या दिवस 2022 के मौके पर संयुक्त राष्ट्र ने भारत को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी किया है. रिपोर्ट की माने तो 2023 में भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. अभी चीन सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है और भारत अगले साल उसे पछाड़ देगा.वहीं, नवंबर 2022 के मध्य तक दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंच जाएगी. महादेशों के हिसाब से देखें तो अभी 4.7 अरब आबादी के साथ एशिया सबसे ऊपर है. पूरी दुनिया की आबादी में अकेले एशिया की 61 फीसदी हिस्सेदारी है. 


रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक जनसंख्या 1950 के बाद से सबसे धीमी गति से बढ़ रही है. 2020 में यह एक प्रतिशत से कम हो गई है. दुनिया की जनसंख्या 2030 में लगभग 8.5 अरब और 2050 में 9.7 अरब तक बढ़ सकती है. वहीं, 2080 के दौरान लगभग 10.4 अरब लोगों की आबादी के साथ ही शिखर पर पहुंचने और वर्ष 2100 तक उसी स्तर पर बने रहने का अनुमान है.


रिपोर्ट की माने तो कई विकासशील देशों में जन्म की दर में गिरावट आई है. हालांकि कुछ देशों में यह दर बढ़ रही है. आबादी बढ़ने में 50 फीसदी से ज्यादा योगदान महज 8 देशों का होगा. संयोग से आठों देश एशिया और अफ्रीका के हैं. आने वाले सालों में जिन आठ देशों की आबादी में तेजी से बढ़ोतरी होगी, इसमें भारत, रिपब्लिक ऑफ कांगो, मिस्र, इथियोपिया, नाईजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया शामिल हैं.