जेब में फटा iPhone-13, गंभीर रूप से झुलसा युवक, Apple की सुरक्षा पर उठे सवाल मोतिहारी में युवक की चाकू मारकर हत्या, परिजनों में मचा कोहराम, SIT का गठन RCBvsRR: “जागो, विपक्षी टीम के गेंदबाजों को कूटो और सो जाओ”, इस सीजन कोहली के पांचवे अर्धशतक के बाद सामने आई फैंस की प्रतिक्रियाएं पहलगाम हमले का मामला पहुंचा अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार उच्चायोग के पास, पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग BSF Jawan Captured: गलती से जीरो लाइन को पार कर गया BSF जवान, पाक रेंजर्स ने हिरासत में लिया चली समीयाना में आज तोहरे चलते गोली..बर्थडे पार्टी में कट्टा लहराकर युवक-युवतियों ने किया डांस, वीडियो हो गया वायरल भारत की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान ने उठाए कदम, एयरस्पेस और वाघा बॉर्डर को किया बंद Pahalgam Terror Attack: ढाबे वाले की गलती ने बचा ली 11 लोगों की जान, पहलगाम हमले में बाल-बाल बचे पर्यटकों की आपबीती Bihar Politics: VIP ने सुपौल के छातापुर में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा हुए शामिल महागठबंधन की बैठक में CM फेस पर फिर चर्चा नहीं: तेजस्वी को जवाब नहीं सूझा, कहा-पिछली ही बैठक में सब तय हुआ था, होशियार लोग समझ रहे हैं
19-Apr-2025 01:43 PM
By First Bihar
Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग सरकारी विद्यालयों को दुरूस्त करने में जुटी है. शिक्षक समय से स्कूल आएं-जाएं इसके लेकर एप्प के माध्यम से हाजिरी बनाने की व्यवस्था की गई है. उपस्थिति नहीं बनाने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. वैशाली जिले में 110 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
इन शिक्षकों का एक दिन का वेतन रोक दिया गया है, कारण यह कि वे स्कूल समय पर नहीं पहुंचे थे. वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेंद्र नारायण ने इस मामले की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर समय पर उपस्थिति दर्ज नहीं करने पर 110 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि अगर शिक्षकों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इस कार्रवाई में हाजीपुर, भगवानपुर, जनदाहा, देसरी, बेलसर, महुआ, गरौल, पातेपुर, लालगंज, महनार, राजापाकर, सहदेई बुजुर्ग, राघोपुर और बिदुपुर क्षेत्रों के शिक्षक शामिल हैं. इन शिक्षकों के खिलाफ की गई कार्रवाई से जिला स्तर पर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली है, और स्थानीय अधिकारियों ने इस फैसले को एक जरूरी कदम बताया है. DEO वीरेंद्र नारायण ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यह एक चेतावनी है, और अगर इन शिक्षकों ने उचित स्पष्टीकरण नहीं दिया तो उन पर और कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.