ब्रेकिंग न्यूज़

PATNA: पटना के दानापुर में सेना की छावनी के पास बिक रहा था गांजा: मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पकड़ा, पिस्टल, ड्रग्स के साथ तस्कर गिरफ्तार Bihar Free Electricity: बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर में हुआ बदलाव, 125 यूनिट तक नहीं कटेंगे पैसे; इस दिन से व्यवस्था लागू PATNA: बिहार की मांग सुन लिए निशांत बहुत बहुत धन्यवाद: पटना में JDU दफ्तर के बाहर क्यों लगा पोस्टर पटना पुलिस सुस्त पड़ गई ? गुंडागर्दी करने वाला मेयर पुत्र 'शिशिर' दिल्ली में घूम रहा...नेताओं से मदद की गुहार लगा रहा और पुलिस को भनक ही नहीं, शनिवार को कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में देखा गया Chandan Mishra Murder Case: कोलकाता से पकड़े गए शूटर्स में तौसीफ के अलावा एक महिला भी शामिल, पुलिस खंगाल रही व्हाट्सएप Road Accident: सड़क हादसे में शिक्षिका की मौत, बेटा घायल Bihar Weather: बिहार के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी, लोगों से की गई सावधान रहने की अपील धरती के भगवान की करतूत: प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा मौत, गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम में किया हंगामा, डॉक्टर पर गंभीर आरोप मधुबनी में ट्रैक्टर से 301 KG गांजा बरामद, 75 लाख की खेप के साथ युवक गिरफ्तार जदयू प्रदेश सचिव साकेत कुमार सिंह ने राज्यपाल से की मुलाकात, अरेराज के महंत शिव शंकर गिरी महाविद्यालय में बी.एड और पीजी की पढ़ाई शुरू कराने की मांग

Bihar News: जैसलमेर में शहीद हुए बिहार के जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

Bihar News: वैशाली के पंकज कुमार रजक की जैसलमेर में फायरिंग प्रशिक्षण के दौरान टैंक में पानी भरने से जान चली गई। भारतीय सेना ने राजकीय सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई। गांव में शोक की लहर।

Bihar News

19-Jul-2025 01:21 PM

By First Bihar

Bihar News: वैशाली के जवान पंकज कुमार रजक की जैसलमेर में फायरिंग प्रशिक्षण के दौरान मौत हो गई थी। आज उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, जहां भारतीय सेना ने राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी। इस दौरान गांव वालों के आंसू रोके नहीं रुक रहे थे और शहीद जवान को आखिरी बार देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।


वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड के सराय थाना क्षेत्र के पौड़ा मदन सिंह गांव निवासी पंकज कुमार रजक (40) की जैसलमेर में फायरिंग प्रशिक्षण के दौरान टैंक में पानी भरने से मौत हो गई थी। 7 जुलाई को उन्हें बेहोशी की हालत में पाया गया था और अस्पताल में भर्ती कराया गया। 16 जुलाई को इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। 19 जुलाई की सुबह उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, जहां परिजनों और ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।


पंकज ने 13 साल पहले भारतीय सेना में नौकरी शुरू की थी। एक साल बाद उनकी शादी हाजीपुर के अकिलाबाद में हुई थी। उनके डेढ़ साल के बेटे हैं। 25 अप्रैल को वे एक महीने की छुट्टी पर घर आए थे, लेकिन 15 दिन बाद आपात स्थिति के कारण उन्हें वापस बुला लिया गया। उनके पिता मनोज रजक पंजाब में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं और दादा महेश रजक BSF से सब-इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हैं।


पंकज के भाई विपिन कुमार ने बताया कि भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान पंकज ने परिवार की जिम्मेदारी संभालने को कहा था। उनके निधन से गांव में शोक की लहर है। पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर हजारों लोग उनके घर उमड़ पड़े। क्षेत्रीय विधायक संजय सिंह ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। भारतीय सेना ने राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को अंतिम विदाई दी।  


रिपोर्टर: विक्रमजीत