ब्रेकिंग न्यूज़

Neet Paper Leak Case: NEET पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अरेस्ट, पटना से STF ने दबोचा, 3 लाख का था इनाम Neet Paper Leak Case: NEET पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया अरेस्ट, पटना से STF ने दबोचा, 3 लाख का था इनाम Bihar News : IIP पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष IP गुप्ता पहुचें जमुई, पिता को दी श्रद्धांजलि Bihar parbhari mantri list : बिहार सरकार ने जारी की प्रभारी मंत्रियों की नई सूची, सभी जिलों को सौंपे गए नए प्रभारी मंत्री Bihar News : प्रधानमंत्री की रैली के बीच बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने दिखाई संवेदनशीलता, जाम में फंसी एंबुलेंस को खुद निकाला बाहर Judicial system in Bihar: बिहार की अदालतों में न्याय की रफ्तार सुस्त,71% केस 3 साल से लंबित! 24% जजों के पद खाली: रिपोर्ट Bihar News :हाई कोर्ट ने बीपीएससी और सरकार से शिक्षक बहाली में ईडब्ल्यूएस आरक्षण घटाने पर जवाब तलब किया Train news: नमो भारत ट्रेन का रूट-शेड्यूल और किराया तय, एक क्लिक में जानिए सबकुछ Patna Pakistani nationals: पटना में 27 पाकिस्तानी नागरिकों को लौटना होगा, वीजा रद्द कर कार्रवाई शुरू Chanakya Niti: ये 6 दुख तोड़ देते हैं इंसान को अंदर से, क्या आप भी इनसे गुजर रहे हैं?

Bihar news: बिहार पुलिस का बड़ा कारनामा, मर्डर के आरोपी इस्पेक्टर को बना दिया DSP; पुलिस मुख्यालय ने दिए जांच के आदेश

Bihar news: पूर्णिया से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पदस्थापित एक पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ दर्ज हत्या का राज छिपा रह गया. जानिए क्या है मामला...

BIHAR NEWS

11-Mar-2025 12:06 PM

By First Bihar

Bihar news: पूर्णिया से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पदस्थापित एक पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ दर्ज हत्या का राज छिपा रह गया और आरोपित पुलिस इंस्पेक्टर के सिर डीएसपी का ताज सज गया। दरअसल मामला सामने आने के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय ने पूरे मामले की जांच कर पूर्णिया डीआईजी से रिपोर्ट मांगी है। राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर डीआईजी ने पूर्णिया एसपी जवाब मांगी है और कहा है कि जब पुलिस निरीक्षक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज था तो फिर सेवा पुस्तिका में इसे अंकित क्यों नहीं किया गया। इस पूरे मामला का रिपोर्ट तीन दिनों के अन्दर पूर्णिया एसपी को देने होंगे।


सेवा पुस्तिका में हत्या जैसे संगीन मामले दर्ज नहीं होने के कारण पुलिस इंस्पेक्टर मुखलाल पासवान को राज्य मुख्यालय स्तर पर इंस्पेक्टर से पदोन्नति करते हुए डीएसपी बनाया गया है. वहीं पुलिस निरीक्षक मुखलाल पासवान पांच सितंबर, 1994 को पुलिस व निरीक्षक के पद पर नियुक्त हुए थे। आठ नवंबर 1995 से लेकर 20 जुलाई 1999 तक पूर्णिया जिला बल में पुलिस और निरीक्षक के पद पर पदस्थापित रहे। इस दौरान इनके खिलाफ बिहारीगंज थाने में हत्या का मामला दर्ज हुआ।


हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि हत्या का मामला दर्ज रहने के बाद भी पुलिस और निरीक्षक मुखलाल पासवान को पहले पुलिस निरीक्षक और फिर पुलिस उपाधीक्षक में पदोन्नति की गई। हत्या के इस मामले की जांच सीबीआइ कर रही थी। जब सीबीआई कोर्ट ने इस मामले में आरोपित तत्कालीन दारोगा और वर्तमान में डीएसपी बने मुखलाल पासवान को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, तो राज्य पुलिस मुख्यालय इस मामले को लेकर गंभीर हुआ कि हत्या आरोपित दारोगा को पहले इंस्पेक्टर व फिर डीएसपी में प्रमोशन कैसे मिल गई।


जानकारी मिलते ही राज्य पुलिस मुख्यालय ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है और आरोपित पुलिस पदाधिकारी की प्रमोशन के लिए प्रस्ताव भेजने वाले पुलिस पदाधिकारियों की पहचान करने का भी निर्देश दिया है। वहीं मुखलाल पासवान के खिलाफ हत्या का यह मामला 12 दिसंबर 1998 को दर्ज किया गया था। फिर भी ये लगातार तरक्की कर रहे थे, इनका तबादला 4 अगस्त 2016 को विशेष शाखा पटना में किया गया था। 


जानकारी के अनुसार जब भी किसी अधिकारी का पदोन्नति की जाती है तो हर पदोन्नति के पूर्व अधिकारी को स्वलिखित घोषणा भी करनी पड़ती है कि उनके खिलाफ किसी भी मामले में न्यायालय में कोई मामला दर्ज नहीं है, लेकिन सूचना के अनुसार मुखलाल पासवान मामले में सभी प्रविधानों को नजरअंदाज किया गया था और कोई भी लिखित आवेदन नहीं जमा कराया गया था।