Bharat Gaurav Train: यात्रियों के लिए खुशखबरी! तीर्थ स्थलों का भ्रमण कराएगी भारत गौरव ट्रेन, 33% छूट पर धार्मिक यात्रा का आनंद SAHARSA: सड़क हादसे में बुजुर्ग महिला की मौत के बाद हंगामा, मुख्य सड़क को लोगों ने किया जाम समस्तीपुर बैंक लूटकांड का CCTV फुटेज आया सामने, बैग में कैश और ज्वेलरी ले जाते दिखे बदमाश India destroyed pakistan defence system: भारत पर हमले की कोशिश नाकाम...भारतीय सेना ने पाकिस्तान की एयर डिफेंस सिस्टम को किया तबाह Bihar Co: जिलाधिकारी दफ्तर पर धरना देने मेंं फंसे कई CO, DM की रिपोर्ट पर अंचलाधिकारियों को मिलने लगा दंड, जानें... Bihar News: अजब-गजब का खेल..जिला परिषद अध्यक्षा ने DDC के खिलाफ शिकायत की, जांच रिपोर्ट सरकार तक पहुंचने से पहले ही पलट गईं और लिखा- अब कोई शिकायत नहीं Drone Attack: पाकिस्तान का दावा "लाहौर समेत हमारे कई शहरों पर ड्रोन अटैक", भारत खामोश Bihar Crime News: बीएसएफ के रिटायर्ड जवान के बेटे की गोली मारकर हत्या, गांव में दहशत का माहौल Bihar News: बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे होगा सिक्स लेन में तब्दील, इन 5 सड़क परियोजनाओं के टेंडर भी जल्द जारी करने के निर्देश Buxar Expressway: बिहार को मिलेगी रफ़्तार , ये एक्सप्रेसवे बनेगा सिक्स लेन, अब दिल्ली जाना होगा और आसान!
08-May-2025 11:33 AM
By First Bihar
Bihar News: पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल देशवासियों में गर्व की लहर दौड़ा दी, बल्कि यह अभियान अब आम जनजीवन में भी अपनी खास जगह बना रहा है। इसी गौरवपूर्ण भावना को समर्पित करते हुए कटिहार जिले के कुर्सेला प्रखंड निवासी एक दंपती ने अपनी नवजात बेटी का नाम 'सिंदूरी' रखा है। बता दें कि संतोष मंडल और उनकी पत्नी राखी कुमारी की बेटी का जन्म 7 मई को हुआ, उसी दिन जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें ध्वस्त कर दिया। इस सर्जिकल ऑपरेशन में बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए, जिससे देश में उत्साह और गर्व का माहौल है।
सबसे बड़ी बात यह रही कि ऑपरेशन सिंदूर की अगुवाई भारतीय वायुसेना और सेना में तैनात महिला अफसरों ने की। इन बहादुर बेटियों ने युद्ध कौशल, निर्णय क्षमता और अदम्य साहस का परिचय देते हुए आतंक के खिलाफ एक निर्णायक वार किया। यही कारण है कि संतोष और राखी ने अपनी बेटी का नाम 'सिंदूरी' रखने का फैसला किया, जो भारत की बेटियों की शक्ति और सम्मान का प्रतीक बन गया है। इस खबर के फैलते ही कुर्सेला क्षेत्र में लोगों ने नवजात और उसके माता-पिता को बधाइयाँ दीं। स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह न केवल एक नामकरण है, बल्कि आने वाली पीढ़ी को देशप्रेम और शौर्य की प्रेरणा देने वाला संदेश भी है।
वहीं, सोशल मीडिया पर भी #Sindoori नाम ट्रेंड कर रहा है, जहाँ लोग इस नाम को 'शौर्य की संतान' कहकर संबोधित कर रहे हैं।संतोष मंडल ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हमने बेटी का नाम सिंदूरी रखा क्योंकि वह उस ऐतिहासिक दिन पैदा हुई जब हमारी सेना ने देश के दुश्मनों को करारा जवाब दिया। हमें गर्व है कि हमारी बेटी का नाम उस अभियान की याद दिलाएगा जिसने हमें एकजुट किया।” ऑपरेशन सिंदूर अब केवल एक सैन्य अभियान नहीं रहा, यह एक प्रतीक बन गया है, राष्ट्र की एकता, साहस और महिलाओं की भूमिका के विस्तार का।